आज का पंचांग: 02 जून 2025 का राशिफल और व्रत विवरण

♈ दिनांक – 02 जून 2025
♉ दिन – सोमवार
♊ विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – उत्तरायण
♍ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
♎ मास – ज्येष्ठ
♏ पक्ष – शुक्ल
♐ तिथि – सप्तमी रात्रि 08:34 तक तत्पश्चात अष्टमी
♑ नक्षत्र – मघा रात्रि 10:55 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
♒ योग – व्याघात दिन 08:21 तक तत्पश्चात हर्षण
♓ राहुकाल – प्रातः 06:56 से 08:39 बजे तक
🌞 सूर्योदय -05:13
🌚 सूर्यास्त -18:56
❌ दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🛕 व्रत पर्व विवरण –
💥 विशेष- सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🛕 घर को तीर्थ जैसा पवित्र बनाने
🔥 सुबह – शाम घी का दीपक करें।
⬜ जहाँ सोते हैं वहां २-३ दिन पुरानी चादर न बिछी रहे । एक या दूसरे दिन चादर बदल दें ….फिर भले पानी से ही धो कर सुखा दें ।
🍝 घर में नाश्ता करने से पहले सफाई हो जानी चाहिए । ऐसा करने वाले के घर से लक्ष्मी जाती नहीं ।
🍽 जूठे बर्तन रख कर न सो जाएँ ।

🛕 भविष्य पुराण
🚩 भविष्य पुराण में माना गया है कि हर इंसान को उसके शरीर, मन व बातों से किए गए पापों को भोगना पड़ता है। उसमें भी कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें महापाप माना गया है। आइए जानते हैं पांच ऐसे ही महापापों के बारे में जिन्हें करने वालों को नरक में सबसे ज्यादा यातनाएं झेलनी पड़ती है।
➡ ये हैं 5 सबसे बड़े पाप, इन्हें करने वालें को नर्क में मिलती है सबसे ज्यादा सजा
1⃣ अनीति का धन
किसी को ठग कर गलत काम कर या किसी के हिस्से की वस्तु को चुराकर धन एकत्रित करना और धन का दान न करने वाले को भी भविष्यपुराण में महापापी माना गया है।
2⃣ गुरु से धोखाधड़ी
गुरु मनुष्य को अच्छे-बुरे का ज्ञान देते है। गुरु को पिता के समान मानना चाहिए। गुरु के साथ कभी भी कंपट एवं धोखाधड़ी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना सबसे बड़ा पाप माना गया है। ऐसे इंसान को उसके पापों की सजा मिलती है।
3⃣ पशुओं पर अत्याचार
पशुओं पर अत्याचार करना, ब्राह्मण की हत्या या उसका अपमान करना, नौकरों से बुरा व्यवहार करने वाले मनुष्य को भी कुंभीपाक नाम के नर्क की यातना सहनी पड़ती है। इसलिए भुलकर भी ये महापाप नहीं करना चाहिए।
4⃣ शराब पीना
शराब में तीन प्रकार के पाप बताएँ गए है।स्त्री हो या पुरुष सभी को शराब व अन्य मादक पदार्थों से दूर रहना चाहिए।किसी भी तरह की शराब पीने से मनुष्य महापाप का भागी बन जाता है।
5⃣ चोरी करना
जो मनुष्य दुसरों की वस्तु हड़पने या चुराने की कोशिश करता है, वह पापी माना गया है। चोरी करने वाले इंसान या ऐसे काम में साथ देने वाले को नर्क में दुःख भोगने पड़ते है।इसलिए मनुष्य को कभी भी ये महापाप नहीं करना चाहिए।

🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा० आचार्य, ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय📱8756444444

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