शनिवार पंचांग 31 मई 2025 : शनिदेव पूजन और धार्मिक उपाय♈ दिनांक – 31 मई 2025
♉ दिन – शनिवार
♊ विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – उत्तरायण
♍ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
♎ मास – ज्येष्ठ
♏ पक्ष – शुक्ल
♐ तिथि – पंचमी रात्रि 08:15 तक तत्पश्चात षष्ठी
♑ नक्षत्र – पुष्य रात्रि 09:07 तक तत्पश्चात अश्लेशा
♒ योग – वृद्धि दिन 10:44 तक तत्पश्चात ध्रुव
♓ राहुकाल -प्रातः 08:39 से दिन 10:21 बजे तक
🌞 सूर्योदय -05:13
🌚 सूर्यास्त -18:55
❌ दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
💥 विशेष- पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)

🛕 बालों की मुलायमता
👩🏻 गोमूत्र सिर में लगाकर थोड़ी देर पश्चात् धो डालने से तथा सरसों के तेल की मालिश करने से बाल मुलायम होते हैं।

🛕 पाचनशक्ति की कमजोरी हो तो 🌷
➡ सौंफ और जीरा समान मात्रा में लेकर सेंक के रखो | भोजन के बाद चबा के खाओ तो पाचनशक्ति तेज होगी

🛕 अंतिम संस्कार
🔥 श्रद्धापूर्वक किसी अनाथ मृतक का अंतिम संस्कार करनेवाला अथवा स्वयं की शक्ति न होने पर दूसरों को इस पुण्यदायी कार्य के लिए, प्रेरित करनेवाला अग्निलोक में प्रशंसा का पात्र बनता है। ( शिव पुराण )

🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा० आचार्य ज्योतिर्विज्ञान, लखनऊ 📱8756444444

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