♈ दिनांक – 05 अगस्त 2023
♉ दिन – शनिवार
♊ विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)
♋ शक संवत -1945
♌ अयन – दक्षिणायन
♍ ऋतु – वर्षा ॠतु
♎ मास – अधिक श्रावण
♏ पक्ष – कृष्ण
♐ तिथि – चतुर्थी दिन 09:39 तक तत्पश्चात पंचमी
♑ नक्षत्र – उत्तरभाद्रपद 06 अगस्त रात्रि 02:54 तक तत्पश्चात रेवती
♒ योग – सुकर्मा रात्रि 11:12 तक तत्पश्चात धृति
♓ राहुकाल – दिन 08:52 से 10:32 बजे तक
🌞 सूर्योदय-05:33
🌚 सूर्यास्त- 18:52
❌ दिशाशूल- पूर्व दिशा में
🛕 व्रत पर्व विवरण –
💥 विशेष- चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)
🛕 व्रत की तिथि का समय
🌞 व्रत की तिथि हमेशा सूर्योदय से लेकर याने आज के सूर्योदय से अगले दिन के सूर्योदय तक व्रत की तिथि मानी जाती है |
🛕 लक्ष्मी की बरकत के लिए
🌿 ईशान कोण में तुलसी का पौधा लगाने से, गंगा जल रखने से या भगवान की मूर्ति रखने से घर में लक्ष्मी की बरकत होती है ।
🌱 घर के आँगन में बेल का पौधा लगाने से…..वो घर पाप नाशक व यशस्वी होता है । अगर उत्तर-पश्चिम में है तो यश बढेगा, उत्तर-दक्षिण में हो तो सुख-शांति बढेगा और बीच में है तो मधुर जीवन होगा l रविवार और द्वादशी को बेल के पौधे की परिक्रमा करें तो बड़े-बड़े ब्रह्महत्या जैसे पाप ठीक हो जाते हैं।
🌳 घर में पीपल का पेड़ ठीक नहीं ….लेकिन खेत-खलिहान में पश्चिम की तरफ पीपल का पेड़ बड़ा सम्पत्तिकारक है।
🍏 अमावस्या, शुक्रवार व रविवार छोड़कर आंवले का रस रगड़ के स्नान करने से भी लक्ष्मी स्थायी होती है ….ऐसा पद्म पुराण में आता है ।
🐄 गौझरण (गौ मूत्र) से शरीर को रगड़ के स्नान करने से पाप नाशक उर्जा पैदा होती है ।
🐄 गाय के दूध की दही …..वो रगड़ के थोड़ी देर “लक्ष्मी नारायण….लक्ष्मी नारायण” जप करें तो घर में लक्ष्मी स्थिर होती है ।
🚩 स्मृतिशक्ति बढ़ाने के लिए
👉🏻 स्मृतिशक्ति बढ़ाने हेतु सिर में नित्य बादाम का तेल अल्प मात्रा में अथवा बादाम तेल व नारियल तेल मिलाकर लगाना लाभप्रद है |
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