आज का पञ्चाङ्ग: सोम प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि व ज्योतिषीय विशेषताएँ (23 जून 2025)

♈ दिनांक – 23 जून 2025
♉ दिन – सोमवार
♊ विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – दक्षिणायन
♍ ऋतु – वर्षा ॠतु
♎ मास – आषाढ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)
♏ पक्ष – कृष्ण
♐ तिथि – त्रयोदशी रात्रि 10:09 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
♑ नक्षत्र – कृत्तिका शाम 03:16 तक तत्पश्चात रोहिणी
♒ योग – धृति दोपहर 01:17 तक तत्पश्चात शूल
♓ राहुकाल – प्रातः 06:57 से 08:41 तक
🌞 सूर्योदय -05:14
🌚 सूर्यास्त -19:03
❌ दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🛕 व्रत पर्व विवरण – सोम प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
💥 विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🛕 अधिक गर्मी में
🔥 गर्मी का अहसास होता हो तो सौंफ, धनिया और मिश्री समभाग कूट के रखो और १० ग्राम चबा-चबा के खाते जाओ और बीच में पानी पीते जाओ अथवा खूब घोंट के पानी डाल के ठंडाई बना के पियो, तबियत अच्छी रहेगी ।

🛕 जन्म दिवस पर
👉🏻 जन्म दिवस के अवसर पर महामृत्युंजय मंत्र का जप करते हुए घी, दूध, शहद और दूर्वा घास के मिश्रण की आहुतियाँ डालते हुए हवन करना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में कितने भी दुःख कठिनाइयाँ, मुसीबतें हों या आप ग्रहबाधा से पीड़ित हों, उन सभी का प्रभाव शांत हो जायेगा और आपके जीवन में नया उत्साह आने लगेगा। अथवा शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ॐ नमः शिवाय। का 108 बार जप करें।

🛕 अकाल मृत्यु व घर में बार बार मृत्यु होने पर
➡️ जिसे मौत का भय होता है या घर में मौतें बार-बार होती हों, तो शनिवार को “ॐ नमः शिवाय” का जप करें और पीपल को दोनों हाथों से स्पर्श करें l खाली १०८ बार जप करें तो दीर्घायुष्य का धनी होगा l अकाल मृत्यु व एक्सिडेंट आदि नहीं होगा l आयुष्य पूरी भोगेगा l ऐसा १० शनिवार या २५ शनिवार करें, नहीं तो कम से कम ७ शनिवार तो ज़रूर करें l

🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा० आचार्य ,ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय📱8756444444

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