गुरुवार का व्रत, योग, तिथि और एकादशी विशेष 🛕
♈ दिनांक – 22 मई 2025
♉ दिन – गुरूवार
♊ विक्रम संवत – 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसारच 2081)
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – उत्तरायण
♍ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
♎ मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र वैशाख)
♏ पक्ष – कृष्ण
♐ तिथि – दशमी 23 मई रात्रि 01:12 तक तत्पश्चात एकादशी
♑ नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद शाम 05:47 तक तत्पश्चात उत्तरभाद्रपद
♒ योग -विष्कंभ रात्रि 09:50 तक तत्पश्चात प्रीति
♓ राहुकाल -अपराह्न 13:45 से शाम 15:27 बजे तक
🌞 सूर्योदय -05:16
🌚 सूर्यास्त -18:51
❌ दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
🛕 व्रत पर्व विवरण- पंचक
💥 विशेष-
🛕 एकादशी व्रत के लाभ
➡️ 22 मई 2025 गुरूवार को रात्रि 01:12 यानि (23 मई 01:12 AM) से 23 मई, शुक्रवार को रात्रि 10:29 तक एकादशी है।
💥 विशेष – 23 मई, शुक्रवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखे।
🚩 जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
🚩 जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
🚩 एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
🚩 धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
🚩 कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
🚩 परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।
🛕 एकादशी के दिन ये सावधानी रहे
🚩 महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है…ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा
🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा० आचार्य , ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय📱8756444444
Tags: #22 मई पंचांग, #एकादशी व्रत, #ज्येष्ठ मास