आज का पंचांग और ग्रहों की शुभ जानकारी – 12 जून 2025

♈ दिनांक – 12 जून 2025
♉ दिन – गुरूवार
♊ विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – उत्तरायण
♍ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
♎ मास – आषाढ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)
♏ पक्ष – कृष्ण
♐ योग – शुभ दोपहर 02:05 तक तत्पश्चात शुक्ल
♑ राहुकाल – दोपहर 13:50 से शाम 15:33 तक
🌞 सूर्योदय -05:12
🌚 सूर्यास्त -19:01
❌ दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे
🛕 व्रत पर्व विवरण -आषाढ़ मास आरम्भ
💥 विशेष – प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं क्योकि यह धन का नाश करने वाला है (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

🛕 गर्मी में कैसे रहें स्वस्थ
👉🏻 क्या करें
➡️ 1] सुपाच्य, चिकनाई व मधुर रसयुक्त, शीतल प्रकृति के और तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करें |
➡️ 2] देशी गाय का दूध, घी तथा मिश्री, फल आदि का सेवन करना हितकारी है ।
➡️ 3] धूप में चलते समय सिर को टोपी या पगड़ी से ढक लें |
➡️ 4] घड़े या सुराही का जल खुला हितकर है |
➡️ 5] ऐसे कपड़े पहने जाने चाहिए जो आसानी से सूखे हुए हों।
👉🏻 क्या न करें
❌ 1] गर्मियों में गर्म प्रकृति के साथ, तीखे और पचने में भारी पदार्थों से परहेज करें ।
❌ 2] धूप में आने के तुरंत बाद या एक साथअधिक पानी ना पिए |
❌ 3 धूम में घूमकर प्रातः व्यायाम करना, देर रात तक जागना, अधिक देर तक भूखा-प्यासा रहना खतरा है |
❌ 4] अत्यधिक ठंडा पेय, ठंडा पेय, चिपचिपाहट का ठंडा पानी, बर्फ, आइसक्रीम आदि का सेवन न कर

🛕 विद्यालाभ योग
➡ 14 जून 2025 शनिवार को विद्यालाभ योग (गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश, आदि अमावस्यांत मास प्रचलनवाले राज्यों को छोड़कर भारतभर में)
🚩 विद्यालाभ के लिए मंत्र
👉🏻 ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं वाग्वादिनि सरस्वति मम जिह्वाग्रे वद वद ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं नमः स्वाहा ।
💥 विशेष – जिन राज्यों में पूर्णिमा को माह का अंत माना जाता है वहाँ यह मंत्र 14 जून 2025 शनिवार को प्रातः 04:17 से रात्रि 11:45 तक 108 बार जप लें और फिर मंत्रजप के बाद रात्रि 11:00 से 12:00 बजे के बीच जीभ पर लाल चंदन से “ह्रीं” मंत्र लिख दें । जिसकी जीभ पर यह मंत्र इस विधि से लिखा जायेगा, उसे विद्यालाभ व विद्वत्ता की प्राप्ति होगी |
💥 विशेष – गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश, आदि जहाँ अमावस्या को माह का अंत माना जाता है वहाँ 11 जुलाई 2025 शुक्रवार को प्रा 05:56 से रात्रि 11:45 बजे तक 108 बार मंत्र जप लें और रात्रि 11:00 से 12:00 बजे के बीच जीभ पर लाल चंदन ‘ह्रीं’ मंत्र लिख दें ।
👉🏻 (ध्यान दें :- गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश, आदि अमावस्यांत मास प्रचलनवाले राज्यों में यह योग 11 जुलाई 2025 शुक्रवार को है ।)

🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा० आचार्य ,ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय📱8756444444

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