आज का पंचांग 17 जुलाई 2025: मासिक कालाष्टमी व्रत, राहुकाल, नक्षत्र, योग और शुभ मंत्र

♈ दिनांक – 17 जुलाई 2025
♉ दिन – गुरूवार
♊ विक्रम संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – दक्षिणायन
♍ ऋतु – वर्षा ॠतु
♎ मास – श्रावण (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार आषाढ)
♏ पक्ष – कृष्ण
♐ तिथि – सप्तम सायंकाल 19:08 बजे तक तत्पश्चात अष्टमी
♑ नक्षत्र – रेवती 18 जुलाई रात्रि 03:39 तक तत्पश्चात अश्विनी
♒ योग – अतिगण्ड दिन 09:29 तक तत्पश्चात सुकर्मा
♓ राहुकाल -दिन 13:55 से शाम 15:37 बजे तक
🌞 सूर्योदय -05:24
🌚 सूर्यास्त -19:02
❌ दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे
🛕 व्रत पर्व विवरण – मासिक कालष्टमी व्रत, पंचक
💥 विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)
💥 चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।

🛕 मोटापा से बचने हेतु
👉🏻 शरीर का वजन ज्यादा लगे किसी को तो उसको नींबू का शरबत दोपहर के भोजन के एक घंटे के बाद पीना चाहिये | नींबू, शहद पीये तो उससे वजन कम हो सकता है |

🛕 अष्ट लक्ष्मी प्राप्ति मन्त्र
🚩 भगवान विष्णु की कृपा से अष्‍टलक्ष्‍मी (अदि लक्ष्मी,धान्य लक्ष्मी, धन लक्ष्मी,धैर्य लक्ष्मी,गज्ज लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी ,विद्या लक्ष्मी,विजय लक्ष्मी) प्राप्‍त हो जाती है ….रोज यह मंत्र बोलकर अष्‍टलक्ष्‍मी का आह्वान कर सकें तो भगवान विष्णु से यह सहज में प्राप्‍त हो जाती है –
🌷 सिद्धि बुद्धि प्रदे देवि भुक्ति मुक्ति प्रदायिनि |
मंत्रपूर्ते सदा देवि महालक्ष्‍मी नमोस्‍तुते ||
नमस्‍तेस्‍तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते |
शंखचक्रगदाहस्‍ते महालक्ष्‍मी नमोस्‍तुते ||
ॐ श्रीमहालक्ष्‍म्‍यै नम:
ॐ श्रीमहालक्ष्‍म्‍यै नम:
🚩 भगवान विष्णु की कृपा से सब प्रकार की लक्ष्‍मी सुख शांति आदि की प्राप्ति होती है । जहां भगवान विष्णु की कृपा से वहां ये स्‍वयं आ जाती है ।
तुम्‍हरी कृपा में सुख घनेरे । उनकी कृपा में सुख ही सुख है ।

🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा० आचार्य, ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय📱8756444444

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