प्रदोष व्रत, हनुमान जयंती और विशेष पर्व
♈ दिनांक – 09 अप्रैल 2025
♉ दिन – बुधवार
♊ विक्रम संवत – 2082 गुजरात अनुसार 2081
♋ शक संवत -1947
♌ अयन – उत्तरायण
♍ ऋतु – वसंत ॠतु
♎ मास – चैत्र
♏ पक्ष – शुक्ल
♐ तिथि – द्वादशी रात्रि 10:55 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
♑ नक्षत्र – मघा दिन 09:57 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
♒ योग – गण्ड शाम 06:26 तक तत्पश्चात वृद्धि
♓ राहुकाल – मध्याह्न 12:08 से 13:43 बजे तक
🌞 सूर्योदय -05:49
🌚 सूर्यास्त -18:27
❌ दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
🛕 व्रत पर्व विवरण- एकादशी व्रत की पारणा -प्रातः 05:49 -08:20 बजे तक, श्री वामन द्वादशी , मदन द्वादशी
💥 विशेष- द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🛕 प्रदोष व्रत
🚩 हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 10 अप्रैल, गुरुवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…
🛕 ऐसे करें व्रत व पूजा
🚩 – प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।
🚩 – इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।
🚩 – पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।
🚩 – भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।
🚩 – भगवान शिवजी की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
👉🏻 ये उपाय करें
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।
🛕 अंनग त्रयोदशी
🚩 10 अप्रैल 2025 गुरुवार को अंनग त्रयोदशी के दिन व्रत करने से दाम्पत्य – प्रेम में वृद्धि होती है तथा पति – पुत्रादि का अखंड सुख प्राप्त होता है।
🛕 हनुमान जन्मोत्सव – दीप दान महिमा
🚩 गेहूँ, तिल, उड़द, मूंग और चावल.. इन पाँचों के आटे से मिलाकर दिया बनाया जाये और वो जलाकर हनुमानजी के नाम से मंदिर में, पीपल या बड के पेड़ या घर में ही रखा जाये तो बड़ा शुभ माना जाता है |
🚩 इससे मनोरथो की सिद्धि होती है|
🚩 भक्ति बढ़ाने की भावना से हनुमानजी की राम भक्ति सच्ची है तो मेरी भी मेरे अराध्य के चरणों में, मेरे सद्गुरु के चरणों में मेरी भक्ति सच्ची हो, दृढ हो | मेरा जीवन उपासनामय हो | मैं इच्छानिवृति का रास्ता कभी न छोडू, मैं गुरु की उपासना का रास्ता कभी न छोडू | मेरी भक्ति में दृढ़ता है इसलिए हनुमानजी की जयंती को हनुमान के नाम से पाँच अन्न का आटा मिलाकर अगर दीपक बनाया जाये और हनुमानजी के नाम से जलाया जाय तो बड़ा शुभ माना जाता है | सरसों का तेल के और घी का भी दिया कर सकते हैं |
💥 12 अप्रैल 2025 शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव ।
🕉️🛕🚩 डॉ० बिपिन पाण्डेय, सहा०आचार्य, ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय📱8756444444
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